🙏भाई तुम्हें समर्पित 🙏 |
बहुत याद आते हो
भूलना चाहें अगर तुमको
कुछ याद दिला जाते हो
तुम छोड़ दोगे साथ
कभी सोचा न था
हमारे मुस्कुराने की
वजह तुम थे
आज दिल टूटने की
वजह भी तुम हो
किस्मत भी आज
कहां ले आई
जीवन में आई यह
कैसी जुदाई
पूछती आंखें प्रभू से सदा
भूल कहां हुई मुझे बता
तुम से थी रौनकें सारी
अब सिर्फ छाई वीरानी
अब सब दिखावा लगता है
यह जीवन छलावा लगता है
भाई बिना यह सूना जीवन
जैसे कांटों भरा सघन वन
***अनुराधा****
Very nice keep it up
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteThanks everyone
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