देशप्रेम हो सबसे ऊपर
तुम देश की शान बनों
तोड़ सकें न कोई तुमको
तुम ऐसी दीवार बनों
हम संतानें भारत माँ की
भारत की पहचान बनों
जात-पात से ऊपर उठकर
मानवता की पहचान बनों
सच्चाई के पथ पर चल
मातृभूमि की शान बनों
कर्मभूमि यह वीरों की
इसका मान बढ़ाना है
विश्व विजयी ओर सबसे प्यारा
तिरंगा हमको फहराना है
भरो हुंँकार जागो युवा
आतंकवाद ने बहुत कुछ छीना
आतंक के घाव मिटाकर
सुख का सूरज ले आना है
याद करो जो शहीद हुए
वो भी किसी की संतान थे
भारत की शान की खातिर
उन्होंने प्राणों का बलिदान दिया
भूलों न इस बलिदान को
आओ मिलकर करें प्रतिज्ञा
मातृभूमि की रक्षा से ऊपर
न हो कोई धर्म दूसरा
देशप्रेमी का युगों-युगों तक
गूंँजता रहता है जग में नाम
गणतंत्र दिवस के अवसर पर
आओ मिलकर शपथ उठाएंँ
गणतंत्र दिवस के अवसर पर
आओ मिलकर शपथ उठाएंँ
जय भारत जय भारती
वंदे मातरम् गूंँजे हर गली
***अनुराधा चौहान***
***अनुराधा चौहान***
गणतंत्र दिवस की शभकामनाए अनुराधा जी
ReplyDeleteआपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएं रितु जी
Deleteदेश प्रेम से ओतप्रोत बहुत ही सुन्दर रचना सखी
ReplyDeleteसादर
गणतंत्र दिवस की शभकामनाये सखी
ReplyDeleteसादर
आपको भी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Deleteजय भारती ...
ReplyDeleteदेश प्रेम की भावना से ओत प्रोत रचना ... बहुत ख़ूब ...
गणतंत्र दिवस की बधाई ...
बेहद आभार आदरणीय आपको भी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Deleteधन्यवाद शिवम् जी आपको भी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आदरणीय राकेश जी
ReplyDeleteबहुत सुंदर भावों से भरी देशभक्ति गान सखी ।
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