लो फिर बिगुल बज उठा
तारीफों का शोर मचा
अपने मुंह सब मियां मिट्ठू
नचाते सब हथेली पर लट्टू
तारीफों का शोर मचा
अपने मुंह सब मियां मिट्ठू
नचाते सब हथेली पर लट्टू
आजकल हो रहे बड़े मेहरबान
मत से मतलब मतदान हैं पास
वोटों की खातिर हैं अभी लगाव
पास में आ गए हैं अब चुनाव
मत से मतलब मतदान हैं पास
वोटों की खातिर हैं अभी लगाव
पास में आ गए हैं अब चुनाव
मत दो या मत दो
पर कर्तव्य का पालन करो
मत मतदाता का अधिकार है
हो सके तो मत का दान करो
पर कर्तव्य का पालन करो
मत मतदाता का अधिकार है
हो सके तो मत का दान करो
देखो,सोचो और समझो
वोट देने का हक न छोड़ो
सही समझो और सही चुनो
मतदान करो हाँ जरूर करो
वोट देने का हक न छोड़ो
सही समझो और सही चुनो
मतदान करो हाँ जरूर करो
बड़े बड़े वादे बड़े बड़े नाम
कैसे भी सभी को जीतना है चुनाव
वोटों की राजनीति में लगे सब
बातें हैं बड़ी-बड़ी काम हैं कम
***अनुराधा चौहान***
चित्र गूगल से साभार
कैसे भी सभी को जीतना है चुनाव
वोटों की राजनीति में लगे सब
बातें हैं बड़ी-बड़ी काम हैं कम
***अनुराधा चौहान***
चित्र गूगल से साभार
वाहः बहुत उम्दा
ReplyDeleteसहृदय आभार आदरणीय
Deleteपास आ गए हैं चुनाव बिगुल बज उठा है
ReplyDeleteचुनावी माहौल पर अच्छी प्रस्तुति
सहृदय आभार
Deleteआपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" l में लिंक की गई है। https://rakeshkirachanay.blogspot.com/2019/04/116.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!
ReplyDeleteजी धन्यवाद आदरणीय
Deleteलो फिर बिगुल बज उठा
ReplyDeleteतारीफों का शोर मचा
अपने मुंह सब मियां मिट्ठू
नचाते सब हथेली पर लट्टू...
समसामयिक विषय पर सुखद व सुन्दर अभिव्यक्ति । बहुत-बहुत बधाई आदरणीय अनुराधा जी।
सहृदय आभार आदरणीय
Deleteटीवी पर हरदम कांव-कांव, सड़कों पर हरदम कांव-कांव,
ReplyDeleteजो नेता जी टें बोल गए, मरघट में करते, कांव-कांव.
जी धन्यवाद आदरणीय
Deleteसमय परक,
ReplyDeleteमाहौल और कर्तव्य दोनों का भान करवाती रचना।
सहृदय आभार सखी
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