Wednesday, August 5, 2020

घर घर दीप जलाएंगे

ढोल नगाड़े धूम मचाकर 
राम सिया जय गाएंगे।
आस अधूरी होती पूरी
घर घर दीप जलाएंगे।

सदियों से ये संघर्ष चला
आज धर्म फिर विजय हुआ।
अयोध्या की छवि अति सुंदर
खुशी लहर ने हृदय छुआ।
राम पधारेंगे अब अँगना
सारा शहर सजाएंगे।

सरयु किनारे भव्य राम का
मंदिर होगा अति सुंदर।
राम लला तंबू से उठकर
पहुँचेंगे घर के अंदर।
सदियों का वनवास भोग के
राम लला घर आएंगे।

धर्म पताका जब भी फहरी
सतयुग का आरंभ हुआ।
राम हरेंगे सबकी पीड़ा
करो हृदय से यही दुआ।
अयोध्या सजी राम रंग में
मंदिर वहीं बनाएंगे।
***अनुराधा चौहान'सुधी'***

16 comments:

  1. ढोल नगाड़े धूम मचाकर
    राम सिया जय गाएंगे।
    आस अधूरी होती पूरी
    घर घर दीप जलाएंगे।

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  2. मस्ते,

    आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 6 अगस्त 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!


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    1. हार्दिक आभार आदरणीय

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  3. आदरणीया मैम,
    प्रभु के घर आगमन के उपलक्ष में बहुत ही सुंदर कविता।
    मन में उत्सव का आनंद और नई सुबह को आशा भरती हुई बहुत प्यारी कविता।
    साथ ही साथ, एक अनुरोध भी कि आप मेरे ब्लॉग पर भी आइये जहां मैं अपनी स्वरचित कविताएँ डालती हूँ। हृदय से आभार।

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    1. हार्दिक आभार अंनता जी

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  4. सुंदर सृजन ।
    सादर ।

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    1. हार्दिक आभार आदरणीय

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  5. हार्दिक आभार सखी

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  6. वर्षों से दबे-ढंके सपनों को पूरा करने का समय आ ही गया ! सौभाग्यशाली हैं हम जो इस वैभवशाली पल के साक्षी बन पाए

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    1. जी!हार्दिक आभार आदरणीय

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  7. धर्म पताका जब भी फहरी
    सतयुग का आरंभ हुआ।
    राम हरेंगे सबकी पीड़ा
    करो हृदय से यही दुआ।
    अयोध्या सजी राम रंग में
    मंदिर वहीं बनाएंगे।
    बहुत सुंदर,जय श्री राम

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  8. सामयिक प्रस्तुति

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    1. हार्दिक आभार आदरणीय

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