Tuesday, April 21, 2020

समय का पहिया

उल्टा चला समय का पहिया
जन-जीवन परेशान।
पल-पल मरता है इंसान।।

जीव-जंतु आजाद हो हुए हैं
 कैदी मानव संसार
पल-पल मरता है इंसान।।

कैसी लगी है आज बीमारी
बिखर गई है दुनिया सारी।
छुप हुए सब आज घरों में
बनी ताड़का ये महामारी।

चीन भी रोया,फ्रांस भी रोया
अमेरिका भी है बदहाल।
पल-पल मरता है इंसान।।

जो कोरोना जन्म न लेता
तो उपवन बच्चों से हँसता।
होते लाख झगड़े-टंटे
फिर भी मानव सबसे मिलता।

चीन की काली करतूतों से
बन रहा जग शमशान।
पल-पल मरता है इंसान।।

देवदूत जो आज बने हैं
उन पे सब पथराव करे हैं।
मानवता घायल हो तड़पे
और दानव संहार करे है।

मिल जाए हमें कोई शक्ति
जो करे काम तमाम।
पल-पल मरता है इंसान।
***अनुराधा चौहान'सुधी'***
चित्र गूगल से साभार

8 comments:

  1. शब्द शब्द सत्य कह दिया आपने। सच में ही आज यही स्थिति बनी हुई है

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  2. बिल्कुल सत्य एवं सटीक आदरणीय । बहुत खूब ।

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  3. बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीया दी 👌

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  4. धन्यवाद आदरणीया

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  5. सत्य लिखा है ...
    ये भी समय का फेर है और सब बेबस हैं ... अपने खुद के डर से ...

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  6. कैसी लगी है आज बीमारी
    बिखर गई है दुनिया सारी।
    छुप हुए सब आज घरों में
    बनी ताड़का ये महामारी।
    आज समूची मानव प्रजाति त्रस्त है इस महामारी से..यथार्थ प्रकट करती उम्दा भावाभिव्यक्ति ।

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