Thursday, August 30, 2018

राजपूत

देश की शान
राजपूत महान
जग में नाम

युद्ध मैदान
तलवार से गूँजा
दामिनी स्वर

विजयी ध्वाज
युद्ध के मैदान में
शत्रु परास्त

धरती पुत्र
शूरवीर महान
कर्म प्रधान

की अनदेखी
आरक्षण का तीर
सीने के पार

देश की शान
इतिहास गवाह
आज बेगाने

पीठ पे वार
अपनों के ही हाथ
ठगे से खड़े

***अनुराधा चौहान*** मेरा प्रथम प्रयास हाइकु

25 comments:

  1. की अनदेखी
    आरक्षण का तीर
    सीने के पार

    देश की शान
    इतिहास गवाह
    हुए बेगाने

    बहुत सही सामयिक चिंतन बिंदु

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  2. Bahut h dil ko chune wali kavita

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  3. हाइकू पसंद आये बधाई 🌹🌹

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  4. ओज सोज से भरी हायकु
    बहुत बढिया।

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  5. सुंदर रचन अनुराधा जी। राजपूत वीरों के पराक्रम की गाथाएँ इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखी गई हैं।

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  6. वाह वाह सखी बहुत ही मनलुभाते हाइकु, जिनमे शोर्य है जोश है और कहीं गहरी पीड़ा भी, भाव स्पष्ट करते सुंदर हाइकु।

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  7. सुंदर हाइकु।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद नीतू जी

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  8. धरती पुत्र
    शूरवीर महान
    कर्म प्रधान....सभी हायकू , बहुत सुंदर

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  9. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" रविवार 02 सितम्बर 2018 को साझा की गई है......... http://halchalwith5links.blogspot.in/ पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद यशोदा जी मेरी रचना को साझा कर मेरा उत्साह बढ़ाने के लिए 🙏

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  10. राजपूत वीरों के पराक्रम की गाथाएँ सुंदर हाइकु।

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    1. बहुत बहुत आभार आदरणीय

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  11. वाह्ह..वाह्हह... जबरदस्त हायकु...सभी बंध बहुत ही सुंदर हैं अनुराधा जी👌👌👌

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    1. बहुत बहुत आभार आपका श्वेता जी

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  12. बहुत सुन्दर हाइकु ।

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  13. बहुत बढिया शौर्य गान राजपूत वीरों का | पर काफी हद तक वे खुद जिम्मेवार हैं अपनी दुर्दशा के |समय के साथ चलना उन्हें कभी नहीं आया | सस्नेह सखी |

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    1. जी सही कहा आपने। बहुत बहुत आभार रेनू जी

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