दूर क्षितिज के कोने से अब,
सूरज उगने वाला है।
पूरब से जब झाँकी किरणें
बिखरा लाल उजाला है।।
आशा की किरणों से रोशन,
धरती की हर एक गली।
महका रही धरा का आँगन,
मुस्काती हर एक कली।
चमकीली लहरों से खेले,
जैसे कोई ग्वाला है।
दूर क्षितिज के कोने से अब,
सूरज उगने वाला है।
पूरब से जब झाँकी किरणें
बिखरा लाल उजाला है।।
दूर क्षितिज के कोने से अब,
सूरज उगने वाला है।
आँखों में उजियारा भरके,
आलस छीने नव विहान।
उम्मीदों की किरणें देकर,
जीवन का करता निर्माण।
सिंदूरी आभा संग चमके,
मन का सूना आला है।
दूर क्षितिज के कोने से अब,
सूरज उगने वाला है।
पूरब से जब झाँकी किरणें
बिखरा लाल उजाला है।।
दूर क्षितिज के कोने से अब,
सूरज उगने वाला है।
***अनुराधा चौहान***
चित्र गूगल से साभार
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शनिवार 29 फरवरी 2020 को साझा की गई है...... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteहार्दिक आभार आदरणीया यशोदा जी।
Deleteवाह ! मनमोहक शब्दावली, प्राकृतिक सुंदरता का खूबसूरत चित्र प्रस्तुत किया है।
ReplyDeleteबहुत सुंदर लय बद्ध नव गीत सखी ।
ReplyDeleteहार्दिक आभार सखी
Deleteआँखों में उजियारा भरके,
ReplyDeleteआलस छीने नव विहान।
उम्मीदों की किरणें देकर,
जीवन का करता निर्माण।
सिंदूरी आभा संग चमके,
मन का सूना आला है।
दूर क्षितिज के कोने से अब,
सूरज उगने वाला है।
वाह!!!
बहुत ही सुन्दर लाजवाब नवगीत।
हार्दिक आभार सखी
Deleteबहुत ही अच्छा नवगीत... सभी पंक्तियां बेहद खूबसूरत बन पड़ी है
ReplyDeleteहार्दिक आभार सखी
Deleteदूर करे मन के अंधेरे
ReplyDeleteऔर हृदय संताप हरे
नन्ही नन्ही किरणों से
तन मन सब उजियाला है
दूर क्षितिज के कोने से अब
सूरज उगने वाला है ।।।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ..संदेश देता सुन्दर सृजन आदरणीया 👌👌👌👌👌
हार्दिक आभार पूजा
Deleteदूर क्षितिज के कोने से अब,
ReplyDeleteसूरज उगने वाला है।
वाह!!!
बहुत ही सुन्दर लाजवाब
हार्दिक आभार आदरणीया
ReplyDeleteवाह क्या बात।बहुत सुंदर रचना सखी।
ReplyDeleteवाह!बहुत खूबसूरत स।जन सखी ।
ReplyDeleteपूरब से जब झाँकी किरणें
ReplyDeleteबिखरा लाल उजाला है।।
दूर क्षितिज के कोने से अब,
सूरज उगने वाला है।
आशा और उम्मीद की किरणें जल्द ही निकलेगी ,सुंदर सृजन सखी ,सादर नमन
हार्दिक आभार सखी
Deleteबहुत सुंदर रचना अनुराधा जी।
ReplyDeleteसुंदर नवगीत।
हार्दिक आभार श्वेता जी
Deleteवाह! लाजवाब सृजन आदरणीया दीदी.
ReplyDeleteसादर
हार्दिक आभार आदरणीय
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