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Friday, August 12, 2022

अभिमान है तिरंगा


 जग में सदैव ऊँचा अभिमान है तिरंगा।
चलना सभी उठाकर अभियान है तिरंगा॥

हर ओर गीत गूँजे जयघोष दे सुनाई।
हर द्वेष को मिटाता वरदान है तिरंगा॥

हर रंग में बसी है अपनी अलग कहानी।
जग में अनेकता की पहचान है तिरंगा॥

जब वीर वार करके अरि शीश को झुकाए।
जय घोष गुनगुनाता जयगान है तिरंगा॥

सच है नहीं कहानी कहते बड़े पुराने।
उन वीर भारती का सम्मान है तिरंगा॥

बलिदान से महकती धरती सदा हमारी।
रखना सदा बचाकर यह मान है तिरंगा॥

©® अनुराधा चौहान'सुधी'

16 comments:

  1. आपकी लिखी रचना  ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" रविवार 14 अगस्त 2022 को साझा की गयी है....
    पाँच लिंकों का आनन्द पर
    आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. जी हार्दिक आभार आदरणीया।

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  2. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (14-8-22} को राष्ट्र उमंगें वेगवान हुई"(चर्चा अंक 4521) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
    ------------
    कामिनी सिन्हा

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  3. बलिदान से महकती धरती सदा हमारी।
    रखना सदा बचाकर यह मान है तिरंगा॥

    –आन-बान-शान तिरंगा का सुन्दर चित्रण

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया दी।

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  4. बहुत सुंदर पंक्तियाँ। जय हिन्द!

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    1. हार्दिक आभार नितिश जी।

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  5. अभिमान है तिरंगा । जय हिंद । सुंदर रचना

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया।

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  6. बलिदान से महकती धरती सदा हमारी।
    रखना सदा बचाकर यह मान है तिरंगा॥
    अनुराधा जी, बहुत सुंदर पंक्तियाँ! अच्छी रचना!--ब्रजेन्द्र नाथ

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    1. हार्दिक आभार आदरणीय।

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  7. बहुत सुंदर गीतिका सखी!
    देश की आन बान शान पर ।
    सुंदर।

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  8. बहुत ही भावपूर्ण अभिव्यक्ति

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया।

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