कारगिल के विजय पताका
लहराई जब शान से
भारत माँ की आँख से बहते
आँसू भी सम्मान के
लहराई जब शान से
भारत माँ की आँख से बहते
आँसू भी सम्मान के
आओ शहीदों का नमन करें
जो जान पर अपनी खेले थे
दुश्मन थर-थर काँपे तब
जय भारत माता बोले थे
जो जान पर अपनी खेले थे
दुश्मन थर-थर काँपे तब
जय भारत माता बोले थे
सीना तान के जा टकराए
मातृभूमि के वीर जवान
कारगिल युद्ध इतिहास बना
जग में गूँजा वीरों का नाम
जग में गूँजा वीरों का नाम
साहस के आगे वीरों के
दुश्मन न रुक पाया था
गोली,बम,धमाकों गूँजे
डरपोक पाक थर्राया था
डरपोक पाक थर्राया था
कारगिल की चोटी गूँजी
वीर पुत्रों की ललकार से
एक पड़ा दस-दस पर भारी
विजय भरी जयकार से
वीर पुत्रों की ललकार से
एक पड़ा दस-दस पर भारी
विजय भरी जयकार से
पाकिस्तान को करनी का फल
देकर फिर सिंहनाद किया
बलिदान किया जीवन अपना
कारगिल को फतह किया
देकर फिर सिंहनाद किया
बलिदान किया जीवन अपना
कारगिल को फतह किया
चिराग बुझे कई घरों के फिर
मंगलसूत्र बलिदान हुए
राखी लेकर बैठी बहना
भाई सदा को दूर हुए
राखी लेकर बैठी बहना
भाई सदा को दूर हुए
झुका शीश शहादत पर हम
शत् शत् बार नमन करें
वीरों के रणकौशल पर
भारतवर्ष सदा गर्व करे
शत् शत् बार नमन करें
वीरों के रणकौशल पर
भारतवर्ष सदा गर्व करे
***अनुराधा चौहान***
कारगिल विजय दिवस पर देश के वीर सपूतों को शत् शत् नमन
*चित्र गूगल से साभार*
जी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (26-07-2019) को "करगिल विजय दिवस" (चर्चा अंक- 3408) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी
जी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना शुक्रवार २६ जुलाई २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
हार्दिक आभार श्वेता जी
Deleteवाह! सुंदर विरुदावली!
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय
Deleteबहुत सुंदर सखी, वीरों की शान और गौरव गाथा ।
ReplyDeleteनमन भारत के सपूतों को ।
बहुत ही सुन्दर...
ReplyDeleteलाजवाब।
हार्दिक आभार सखी
Deleteसच्ची श्रद्धांजलि यही है। बहुत खूब।
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