टूटी लाठी झुका बुढ़ापा
बिछड़ गया है लाल मात का
बच्चे हो गए जुदा पिता से
खोया साया खोयी हँसी भी
मिटा सुहाग टूट गईं चूड़ी
आँंखे पथराई देख पिता की
बिलख रही माँ हृदय लगाकर
एक झटके में उजड़ी दुनियांँ
चकनाचूर हुए सब सपने
हँस के गए थे घर से अपने
ओढ़ तिरंगा वो चुप सो गए
फिर आने का टूटा वादा
खत्म हुई खुशियों की मंज़िल
वीरों की शहादत पर अब
धरती माँ चित्कार उठी
पहले उरी अब पुलवामा
अब तो कुछ शर्म करो
अब धीरज नहीं अब रण करो
कब तक चलेगा कत्लेआम
कब तक यूंँ शहीद होंगे जवान
अब आर-पार की लड़ाई करो
मानवता की हत्या कर गई
पाकिस्तान की नापाक हरकतें
आदिल अहमद, मसूद अजहर
जिनके साए में पलते यह अजगर
आतंक के उस माई-बाप को
इस दुनिया से ही खत्म करो
अब सांत्वना नहीं कर्म करो
दुश्मन का संहार करो
सर्वनाश करो सर्वनाश करो
***अनुराधा चौहान***© स्वरचित
देश के वीर सपूतों को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि 🙏🙏
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" रविवार 17 फरवरी 2019 को साझा की गई है......... http://halchalwith5links.blogspot.in/ पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteहार्दिक आभार यशोदा जी
Deleteविनम्र श्रद्धांजलि
ReplyDelete🙏
Deleteअब सांत्वना नहीं कर्म करो
ReplyDeleteदुश्मन का संहार करो
सर्वनाश करो सर्वनाश करो
बिलकुल सही कहा आपने कब रुकेगा ये शहादत ,सच कल प्रेम दिवस नहीं धिक्कार दिवस था, भगवान उनके परिजनों को ये दुःख सहने की हिम्मत दे ,हमारे बस में और कुछ तो है नहीं बस आश्रु के रूप में दो श्रद्धा सुमन चढ़ा सकते है।
जी सही कहा आपने
Deleteसुन्दर रचना सखी |लूट गया जिस का जहाँ,उस के हिस्से में आँख का पानी आ गया |भूल गए मुस्कुराना,हर हिचकी पर रोना आ गया |नमन
ReplyDeleteसादर
आभार सखी
Deleteबहुत हृदयस्पर्शी...
ReplyDeleteवीर शहीदों को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि...
🙏🇮🇳
Deleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना शुक्रवार ११ अगस्त २०२३ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
हार्दिक आभार श्वेता जी। देरी से जबाव देने के लिए माफी चाहती हूँ।
Deleteसुन्दर
ReplyDeleteहार्दिक आभार आदरणीय
Deleteमातृ भूमि की बलिवेदी पर अपने अमूल्य जीवन की आहुति देने वाले बलिदानियों का मर्मांतक शब्द चित्र मन को छू कर निकल गया प्रिय अनुराधा जी।जिनके अपने इस तरह से चले जाते हैं उनकी पीड़ा वही जाने या ईश्वर।एक दिन इन विवादों का निवारण करना ही होगा,आर या पार 🙏
ReplyDeleteहार्दिक आभार सखी।
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