मानवता की एक ही पुकार
अब और नहीं अब और नहीं
वीरों की शहादत और नहीं
कब तक सहेंगे पीठ पर वार
अब आमने-सामने हो वार
पुलवामा के हादसा देख
दहल गया पूरा हिंदुस्तान
वीरों की शहादत को देख
मानवता चित्कार कर उठी
अब और नहीं अब और नहीं
वीरों की शहादत और नहीं
पाकिस्तान को सबक सिखाना है
अब कड़े कदम उठाना है
मसूद अजहर के सिर पर
रखा है जिस-जिस ने हाथ
मिल के करो उसका बहिष्कार
उठो जागो हुंकार भरो
पाकिस्तान को जवाब दो
अब और नहीं अब और नहीं
आतंकवाद अब और नहीं
***अनुराधा चौहान***
चित्र गूगल से साभार
अब और नहीं अब और नहीं
वीरों की शहादत और नहीं
कब तक सहेंगे पीठ पर वार
अब आमने-सामने हो वार
पुलवामा के हादसा देख
दहल गया पूरा हिंदुस्तान
वीरों की शहादत को देख
मानवता चित्कार कर उठी
अब और नहीं अब और नहीं
वीरों की शहादत और नहीं
पाकिस्तान को सबक सिखाना है
अब कड़े कदम उठाना है
मसूद अजहर के सिर पर
रखा है जिस-जिस ने हाथ
मिल के करो उसका बहिष्कार
उठो जागो हुंकार भरो
पाकिस्तान को जवाब दो
अब और नहीं अब और नहीं
आतंकवाद अब और नहीं
***अनुराधा चौहान***
चित्र गूगल से साभार
मिल के करो उसका बहिष्कार
ReplyDeleteउठो जागो हुंकार भरो
पाकिस्तान को जवाब दो
अब और नहीं अब और नहीं
आतंकवाद अब और नहीं
सही कहा आपने ,बस जरूरत है अब खुद को एक जुट कर आवाज उठाने की ,बहुत हो चूका।
सहृदय आभार सखी
Deleteआर्त नाद!
ReplyDeleteजी आभार आदरणीय
Deleteहर किसी के मन की पुकार है ये रचना ...
ReplyDeleteऔर नहीं बस और नहीं ... अब बलिदान व्यर्थ न हों सैनिकों के ...
जी सही कहा आपने आभार आदरणीय
Deleteमानवता की एक ही पुकार
ReplyDeleteअब और नहीं अब और नहीं
वीरों की शहादत और नहीं
सादर
धन्यवाद सखी
Deleteअब ऐसी शहादत और नही।
ReplyDeleteबहुत मर्मस्पर्शी।
हार्दिक आभार सखी
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