मातृभूमि का मैं वीर सपूत
अपना हर फर्ज निभा आया
माँ-बाबा तेरा मैं वीर सपूत
तिरंगे में लिपट घर आया हूं
खाली हाथ न लौटा हूं
दुश्मन को मार गिरा आया
धूल चटा धरती की उनको
मातृभूमि को भेंट चढ़ा आया
हुआ मेरा सीना छलनी मगर
मैं रुका नहीं मैं झुका नहीं
गिरा कई बार मगर फिर भी
उठ उठ कर लड़ा हूं मैं
जब तक लहू में गर्मी रही
तब तक दुश्मन से भिड़ा हूं मैं
फिर तिरंगा फहरा आया हूं
मैं जीत कर वापस आया हूं
भाई मेरे हिम्मत रखना
बहना को आज संभाल लेना
जब भी आए रक्षाबंधन
मेरी राखी भी बंधवा लेना
बन लाठी बुढ़ापे की तू
माँ-बाबा को सहारा देना
गर आंख में आंसू तेरे आएं
उनसे उन्हें छुपा लेना
मेरी शहादत पर तू अपने
आंसू मत जाया करना
वीर शहीद था तेरा भाई
इस बात की लाज सदा रखना
कर सीना फौलादी अपना
मुझको आज विदा करदे
तिरंगे में लिपटे मेरे बदन को
तू अपना कांधा दे-दे
भारत माँ के चरणों में
खुद को निसार कर आया हूं
मातृभूमि का में वीर सपूत
तिरंगे में लिपट घर आया हूं
शत् शत् नमन 🙏
***अनुराधा चौहान***
अपना हर फर्ज निभा आया
माँ-बाबा तेरा मैं वीर सपूत
तिरंगे में लिपट घर आया हूं
खाली हाथ न लौटा हूं
दुश्मन को मार गिरा आया
धूल चटा धरती की उनको
मातृभूमि को भेंट चढ़ा आया
हुआ मेरा सीना छलनी मगर
मैं रुका नहीं मैं झुका नहीं
गिरा कई बार मगर फिर भी
उठ उठ कर लड़ा हूं मैं
जब तक लहू में गर्मी रही
तब तक दुश्मन से भिड़ा हूं मैं
फिर तिरंगा फहरा आया हूं
मैं जीत कर वापस आया हूं
भाई मेरे हिम्मत रखना
बहना को आज संभाल लेना
जब भी आए रक्षाबंधन
मेरी राखी भी बंधवा लेना
बन लाठी बुढ़ापे की तू
माँ-बाबा को सहारा देना
गर आंख में आंसू तेरे आएं
उनसे उन्हें छुपा लेना
मेरी शहादत पर तू अपने
आंसू मत जाया करना
वीर शहीद था तेरा भाई
इस बात की लाज सदा रखना
कर सीना फौलादी अपना
मुझको आज विदा करदे
तिरंगे में लिपटे मेरे बदन को
तू अपना कांधा दे-दे
भारत माँ के चरणों में
खुद को निसार कर आया हूं
मातृभूमि का में वीर सपूत
तिरंगे में लिपट घर आया हूं
शत् शत् नमन 🙏
***अनुराधा चौहान***
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय अमित जी
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteजय भारत जय भारती
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय लोकेश जी
Deleteबेहतरीन शहीदों की शहादत को नमन
ReplyDeleteधन्यवाद दी
Deleteमर्मस्पर्शी!!!
ReplyDeleteअंदर तक हिला गई सखी आपकी रचना।
वतन पर जो फना होगा अमर वो नौजवान होगा।
नमन।
बहुत बहुत धन्यवाद कुसुम जी
Deleteबहुत ही मार्मिक लिखा है आपने आदरणीया उम्दा सजीव चित्रण है आपके शब्दों में
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका सुप्रिया जी
Deleteनमन है देश के सैनिकों को जिनके कारण भारत का झंडा ऊँचा है ...
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय 🙏
Deleteबहुत सुन्दर कलम कि धार🚩🚩वन्देमातरम् 🚩🚩भारतवन्दे
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय 🙏
Deleteबेहतरीन रचना ... नमन शहीदों को
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद आपका 🙏
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