उजड़ते घर बिखरते लोग
प्रभू कैसी यह लीला है
हरे भरे सुंदर केरल को
कैसे विनाश ने घेरा है
कहीं नाम की बारिश
कहीं पर आफत बन बरसे
कुदरत की कैसी लीला
जो इंसां को ही निगले
फसे कई बेजुबान जानवर
बह गए सपने भी सारे
बाढ़ की इस विभीषिका में
उजड़ गए आशियाने भी
किसी के माँ बाप बिछड़े हैं
तो कहीं बच्चे बिलखते हैं
फसी पानी में जिंदगियां
दाने दाने को तरसती हैं
हरियाली से सजे स्वर्ग का
कैसा भयावह यह मंजर है
जिधर तक है नजर जाती
वहां तक दिखता है पानी
आंखों में नमी लेकर
जगह रहने की ढूंढ़े हैं
यह भीषण बाढ़ का मंजर
बड़ा दिल को है दहलाता
प्रभू अब रोक दो बारिश
यह विनाश भी थम जाएं
जो बिछड़ी हैं जिंदगियां
वो आपस में मिल जाएं
***अनुराधा चौहान***
प्रभू कैसी यह लीला है
हरे भरे सुंदर केरल को
कैसे विनाश ने घेरा है
कहीं नाम की बारिश
कहीं पर आफत बन बरसे
कुदरत की कैसी लीला
जो इंसां को ही निगले
फसे कई बेजुबान जानवर
बह गए सपने भी सारे
बाढ़ की इस विभीषिका में
उजड़ गए आशियाने भी
किसी के माँ बाप बिछड़े हैं
तो कहीं बच्चे बिलखते हैं
फसी पानी में जिंदगियां
दाने दाने को तरसती हैं
हरियाली से सजे स्वर्ग का
कैसा भयावह यह मंजर है
जिधर तक है नजर जाती
वहां तक दिखता है पानी
आंखों में नमी लेकर
जगह रहने की ढूंढ़े हैं
यह भीषण बाढ़ का मंजर
बड़ा दिल को है दहलाता
प्रभू अब रोक दो बारिश
यह विनाश भी थम जाएं
जो बिछड़ी हैं जिंदगियां
वो आपस में मिल जाएं
***अनुराधा चौहान***
रचना मे आपकी कोमल भावनाएं मुखरित हो सामने आई बहुत उत्तम लेखन ।
ReplyDeleteधन्यवाद कुसुम जी आपकी सार्थक प्रतिक्रिया के लिए 🙏
Deleteबड़ी ही दारुण स्थति है | प्रवाह और शैली शानदार है आपकी , बनाए रखें | पोस्ट को सहेज कर लिए जा रहा हूँ चिटठा चर्चा में सहेजने के लिए | ब्लॉग बुलेटिन |
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय अजय कुमार जी
Deleteलाजवाब रचना है ...👌👌👌
ReplyDeleteधन्यवाद नीतू जी
Deleteबेहतरीन रचना
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय जीवन जी
Deleteसुंदर भावांजलि
ReplyDeleteबहुत बढ़िया ।।
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय 🙏
Deleteबढ़िया लेखन।
ReplyDeleteभगवान इस दुख की घड़ी में केरल को साहस दे
धन्यवाद आदरणीय
Deleteमार्मिक रचना
ReplyDeleteधन्यवाद सुमन जी
Deleteदुःख का मंज़र है ...'
ReplyDeleteइश्वर कभी कभी इम्तिहान लेता है ... अपने होने का एहसास कराता है ....
मार्मिक भाव ....
धन्यवाद आदरणीय दिगंबर जी 🙏
DeleteMan ki baat ko savdo m prakt krana bahut muskil h pr aapne kr dekhaya
ReplyDeleteThanks
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