सकल विश्व में भारत की
धर्म ध्वजा फहराएंगे
कर प्रकाशित दीप ज्ञान का
अज्ञानता दूर हटाएंगे
हटा प्रलय की घोर घटाएं
सुख का सूरज ले आएंगे
सकल विश्व में भारत माँ की
जय जय गान गाएंगे
आजादी के मतवालों सा
जोश मन में जगा लेना
अंतर्मन में बीज द्वेष के
जड़ से सभी हटा देना
मानवता की पीर मिटाकर
ममता की मरहम रखना
वीर शहीदों की कुर्बानी
व्यर्थ नहीं होने देना
दुश्मन घर से दूर भगाकर
भारत की जय गाएंगे
सकल विश्व में धर्म पताका
हम मिलकर फहराएंगे
विजयी तिरंगा रहे ऊँचा
इसका मान सदा रखना
जिनके दम से मिली आजादी
उनको भूल नहीं जाना
वीर सपूतों की जननी का
जग में मान बढ़ाएंगे
हम भारत के वासी हैं
भारत की जय-जय गाएंगे।
जय हिन्द जय भारत
***अनुराधा चौहान***
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