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Sunday, September 30, 2018

रानी लक्ष्मीबाई (वर्ण पिरामिड )

थी
ज्वाला
आजादी
धधकती
उसके सीने
रण चण्डी बन
खूब लड़ी मर्दानी


था
लाल
सलोना
बांध पीठ
समर भूमि
रानी लक्ष्मीबाई
वीरांगना महान


ले
शोले
नयन
तलवार
सनसनाती
युद्ध भयंकर
शत्रू थरथराए


दे
गई
चकमा
घोड़ा अड़ा
हुई घायल
वीरगति पाई
शत् शत् नमन

***अनुराधा चौहान***

4 comments:

  1. बहुत सुंदर वर्ण पिरामिड सखी ।
    रानी लक्ष्मी बाई को सुंदरता से कम शब्दों में व्याख्यातित किया। वाह।

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    1. बहुत बहुत आभार सखी आपकी सुंदर प्रतिक्रिया से मेरी मेहनत सफल हो गई

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  2. धन्यवाद आदरणीय लोकेश जी

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