कुछ लम्हे दिल में बस जाते
तो मिटाएं नहीं मिटते
यादों में उनके चित्र
सदा ज़िंदा ही हैं रहते
बचपन से लेकर जवानी
कुछ यादें नई पुरानी
कुछ धुंधले होते चित्र
कुछ तस्वीरें हैं सुहानी
ज़िंदगी ने हम सभी को
कई रंग है दिखलाए
कुछ कीमती से चित्र हैं
जो दिल में हैं समाएं
कभी-कभी ज़िंदगी में
हालात बदल जाते हैं
समय के साथ लोगों के
ज़ज्बात बदल जाते हैं
बिखर जाते हैं रिश्ते
आ जाती हैं दूरियां
कभी-कभी हालात भी
बढ़ा देतीे हैं मजबूरियां
कितना भी करो दिखावा
रखो चाहें कितनी दूरियां
मिटा न सके दिल से कोई
यादों की परछाइयां
कुछ लम्हों के चित्र
कभी मिट नहीं सकते
दूर हो चाहे कितने भी
पर रिश्ते मिट नहीं सकते
***अनुराधा चौहान***
सत्य कहा ....
ReplyDeleteबहुत खूब आदरणीया।
बहुत बहुत आभार आदरणीय
Deleteसच्ची बात
ReplyDeleteअच्छा लेखन.
ठीक हो न जाएँ
धन्यवाद आदरणीय
Deleteरिश्ते मिट नहीं सकते👏👏👌
ReplyDeleteकुछ लम्हे दिल में बस जाते
ReplyDeleteतो मिटाएं नहीं मिटते
यादों में उनके चित्र
सदा ज़िंदा ही हैं रहते....बहुत सुन्दर
सादर
बहुत बहुत आभार आदरणीय
ReplyDeleteकुछ लम्हों के चित्र,कभी मिट नहीं सकते
ReplyDeleteदूर हो चाहे कितने भी,पर रिश्ते मिट नहीं सकते
बहुत खूब .....यथार्थ रचना अनुराधा जी सादर स्नेह
बेहद आभार सखी
Deleteलाजवाब
ReplyDeleteबहुत खूब
बहुत बहुत आभार आदरणीय
Deleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना हमारे सोमवारीय विशेषांक
४ फरवरी २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
बहुत बहुत आभार श्वेता जी
Delete
ReplyDeleteकितना भी करो दिखावा
रखो चाहें कितनी दूरियां
मिटा न सके दिल से कोई
यादों की परछाइयां
बिल्कुल सही कहा आपने, प्रणाम।
धन्यवाद आदरणीय
Deleteसुन्दर सार्थक एवं सटीक प्रस्तुति...
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