-------*ज्योति पर्व*---------
आओ जीवन में नई ज्योति जलाएं
ज्योति पर्व हम मिल कर मनाएं
करके ज्ञान का प्रकाश
कर दो ज्योतिर्मय संसार
आओ अज्ञानता को दूर भगाएं
ज्योति पर्व हम मिल कर मनाएं
तम का न हो कोई निशान
करदो प्रकाशित हर एक कोना
कोई न रोए दुखों का रोना
भाईचारे का संदेश फैलाकर
सबके दिलों में प्यार जगाकर
आओ आशा की नई ज्योति जगाएं
ज्योति पर्व हम मिल कर मनाएं
यह तब तक संभव न होगा
जब तक हर घर शिक्षित न होगा
अंधविश्वास को दूर भगाकर
सबके मन में विश्वास जगाकर
आओ सबका जीवन सफल बनाएं
ज्योति पर्व हम मिल कर मनाएं
कब तक सब आपस में लड़ोगे
जीवन को यूं ही खोते रहोगे
मन से अपने मैल निकाल कर
करो फिर से एक नई शुरुआत
आओ एक-दूजे को गले लगाएं
ज्योति पर्व हम मिल कर मनाएं
***अनुराधा चौहान***
अनुराधा जी दीपावली पर मनोहारी रचना ।
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा रचना
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार नीतू जी
Deleteबहुत सुंदर ज्ञान ज्योत्सना से दीप्तिमान दीवावली ।
ReplyDeleteसुंदर काव्य .।